आकाशीय बिजली की कहानी

              आकाशीय बिजली 

    (SKY LIGHTING)

नमस्कार दोस्तों इस बार हम आपको आकाश या बादल से गिरने वाली बिजली के बारे में जानकारी देगे आप सभी जानते है की अक्सर मानसून या बरसात के मौसम में बारिश के दौरान बादल से बिजली गिरती हें

आखीर यह क्या होती है ?

व् कैसे बनती है ?

चलिए जानते है इसके बारे में |

                  

                

आकाशीय बिजली कैसी बनती है(How  Sky lighting  is  made)


आकाशीय बिजली एक प्रकार का अत्यधिक वोल्ट वाला current होता है जो की बदलो के आपसी घर्षण (friction)  से बनती ही

मतलब भी जब बादलो में उपास्थित  भाप के कई सारे अणु जब आपस में मिलकर प्रतिक्रया करते है तब उससे  बिजली (current)  उपन्न होता है|


आकाशीय बिजली के प्रकार (Types of Sky lighting)


यह तीन प्रकार की होती है-

1.       INTRACLOUD 

2.       CLOUD TO CLOUD

3.       CLOUD TO GROUND

             

1.     INTRACLOUD = ऐसे आकाशीय बिजली जो की केवल बदलो तक ही सीमित होता      है उसे intracloud  Sky lighting  कहते हे

इस प्रकार की बिजली में ज्यादा आवाज नही होती केवल ये चमकते है व इससे हमारी पर्थ्वी पर कोई खास प्रभाव नही पढ़ता|

                  

 

2.     CLOUD TO CLOUD = इस प्रकार क बिजली जिसमे आकाशीय बिजली एक बादल           cloud से दुसरे बादल cloud  में फेलती है उसे cloud to cloud Sky lighting  कहते      है|

     आपने अक्सर ऐसा देखा होगा जब मौसम साफ भी होता है तो भी शाम को         आकास में बिजली चमकती दिखाई देती है और इसकी लबाई थोड़ी बढ़ी होती है |

                                              

 

 

3.     CLOUD TO GROUND= यह  सबसे खतरनाक प्रकार की आकाशीय बिजली है जो      की मनुष्यों के लिए सबसे ज्यादा खतरनाक होती है

     बिजली जो की आकाश से शुरू होकर धरती में गिरती है उसे cloud to ground          वाली आकाशीय बिजली कहते है

     यह बिजली जीव जन्तुओ के लिए बहुत ही खतरनात होती है इसमे अत्यंत ध्वनी       भी होती है |

                                 

 

 

आकाशीय बिजली का सतह में गिरना(Flow in surface from Sky lighting)


जब बादलो को आपस में आकर्षण होता है तब बादल में एक negative charge उत्पन्न  होता है  जिसे हम इलेक्ट्रान कहते है |

चुकी कोई भी Negativg charge  अपने विपरीत Charge को आकर्षित करता है  इसी प्रकार बिजली भी धरती में उपस्थित Possitive charrge  को आकर्षित करता है  व् सीधे धरती की सतह में आकर गिरता है |



आकाशीय बिजली का धरती पर प्रभाव (Effect in eartn from lightivg)


चूँकि धरती में eiectricity को सोकने का सबसे प्रभावशाली गुण होत है इस लिए इसे navtivg भी कह सकते है यह आकाशीय बिजली को अपने अदंर सोख लेता है |

धरती में गिरने पर इसका प्रभाव निम्न होता है :-

  1. a)     पहाड़ो में गिरने के करण आकार कई जगह पानी का श बन जाता है |
  2. b)    यह कई जगलो को आग लगा देती है |
  3. c)     जीव जंतु की मौत |
  4. d)    मनुष्यों की भी मौत हो जाती हैं |


  बचाव के उपाय (PREVENTIVE MEASURES)

 

Ø बारिश के दौरान घर के सभी  switch off कर दे |

Ø मोबाईल को बंद कर दे |

Ø घर से बाहर न निकले |

Ø पेड़ पौधो के निचे न रहे  |

Ø धातु की सतह से दूर रहे  क्योकि धातु आकाशीय बिजली को आकर्षित(Attract) करती है |

Ø यदि खुले मेदान में है तो किसी गहरे स्थान में हाथो से कान बंद कर वही बेठो रहे दौड़े  नही |क्योकि हमारे दौड़ने से पैरों के घर्षण के कारण  Possitive charge उत्पन्न होता है जो की आकाशीय बिजली को आकर्षित करती है |

Ø कार ,बस में रहने पर उससे बाहर न निकले |

Ø छतो में तड़ित चालक का प्रयोग करे |

 

    कुछ रोचक तथ्य (SOME INTRSTING FACTS)


ü आकाशीय बिजली गिरने के पहले से रोशनी दिखी देती है ,क्यों ?

इसका कारण है की रोशनी की रफ्तार ध्वनी से तेज होती है इसलिए पहले LIGHT की रफ़्तार ध्वनी से तेज होती है इसलिए पहले LIGHT  दिखती है फिर बिजली की आवाज सुनाई देती है |

ü यदि किसी व्यक्ति पर बिजली गिर जाये तो उस पर सूर्य के बाहरी ताप  जितने तापमान का असर  होता है |


ü हमारा  वायुमंडल एक प्रकार का natural insulation होता है |जिसके कारण हम पर आकाशीय बिजली का प्रभाव नही पड़ता |


ü हमारी धरती (earth) एक प्रकार का natural eanting का कार्य करती है जो की  आकाशीय बिजली को सीधे धरती में खिंच लेती होती है |

                      अमेरिका के फ्लोरिडा शहर में 18 अगस्त  2020 को सिर्फ 72 घंटे में लगभग  11,500 बार                                   आकाशीय बिजली गिरी जिससे कई जंगलो में आग लगी और इसे काबू पाने के लिए 7000 से                               ज्यादा फायर ब्रिगेड के कर्मचारी लगे रहे |

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